अटल पेंशन योजना (Atal Pension Yojana) 9 मई 2015 को भारत सरकार द्वारा शुरू की गई थी। इस योजना की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की थी, जिसका मुख्य उद्देश्य असंगठित क्षेत्र के कामगारों को वृद्धावस्था में आर्थिक सुरक्षा प्रदान करना है।
इस योजना का नाम भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर रखा गया है और यह योजना पहले से चल रही स्वावलंबन योजना की जगह लेती है। इस योजना का विशेष ध्यान उन लोगों पर है जो असंगठित क्षेत्र में काम करते हैं और जिनके पास कोई नियमित पेंशन योजना नहीं है।अटल पेंशन योजना (APY) भारत सरकार द्वारा चलाई जाने वाली एक पेंशन योजना है, जो मुख्य रूप से असंगठित क्षेत्र के कामगारों के लिए बनाई गई है। इस योजना का उद्देश्य वृद्धावस्था में लोगों को आर्थिक सुरक्षा प्रदान करना है। इस योजना के तहत 60 वर्ष की आयु के बाद नियमित मासिक पेंशन मिलती है।
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योजना की शुरुआत के प्रमुख उद्देश्य
- आर्थिक सुरक्षा: असंगठित क्षेत्र के कामगारों को वृद्धावस्था में आर्थिक सुरक्षा प्रदान करना।
- सामाजिक सुरक्षा: असंगठित क्षेत्र के कामगारों के लिए एक संगठित सामाजिक सुरक्षा ढांचा प्रदान करना।
- व्यापक कवरेज: योजना का लाभ अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाना, ताकि सभी कामगार वृद्धावस्था में एक सम्मानजनक जीवन जी सकें।
इस योजना के अंतर्गत, सरकार 5 साल तक (2015-2020) योग्य लाभार्थियों के योगदान का 50% या अधिकतम 1000 रुपये प्रति वर्ष (जो भी कम हो) का योगदान भी करती थी। इस योजना का लाभ उठाने के लिए लोगों को अपने बैंक या पोस्ट ऑफिस में जाकर नामांकन करना होता है।
अटल पेंशन योजना के लाभ
- नियमित मासिक पेंशन:
- इस योजना के तहत 60 वर्ष की आयु के बाद लाभार्थी को नियमित मासिक पेंशन मिलती है। पेंशन राशि 1000 रुपये से 5000 रुपये के बीच हो सकती है, जो कि लाभार्थी के योगदान और प्रवेश आयु पर निर्भर करती है।
- सरकारी योगदान:
- योजना के प्रारंभिक पांच वर्षों (2015-2020) तक, यदि लाभार्थी इनकम टैक्स नहीं भरता है और किसी अन्य सामाजिक सुरक्षा योजना में शामिल नहीं है, तो सरकार लाभार्थी के योगदान का 50% या अधिकतम 1000 रुपये प्रति वर्ष (जो भी कम हो) का योगदान करेगी।
- नामांकन में सरलता:
- योजना में नामांकन करना आसान है। लाभार्थी को केवल अपने बैंक या पोस्ट ऑफिस में जाकर फॉर्म भरना होता है और आवश्यक दस्तावेज जैसे आधार कार्ड और बैंक खाता विवरण प्रस्तुत करना होता है।
- लचीलापन:
- लाभार्थी को योगदान राशि मासिक, तिमाही, या अर्धवार्षिक रूप से जमा करने की सुविधा मिलती है, जिससे योजना में योगदान करना आसान और सुविधाजनक हो जाता है।
- वित्तीय सुरक्षा:
- इस योजना से जुड़ने वाले व्यक्तियों को वृद्धावस्था में वित्तीय सुरक्षा मिलती है, जिससे वे आत्मनिर्भर और सम्मानजनक जीवन जी सकते हैं।
- नॉमिनी सुविधा:
- योजना में नॉमिनी नामांकित करने की सुविधा है, जिससे लाभार्थी की मृत्यु के बाद भी पेंशन राशि नॉमिनी को प्राप्त होती है।
- टैक्स लाभ:
- इस योजना के तहत किए गए योगदान पर कर छूट का भी प्रावधान है, जिससे लाभार्थी को टैक्स बचत का लाभ मिलता है।
- स्वावलंबन योजना का स्थानापन्न:
- अटल पेंशन योजना स्वावलंबन योजना का स्थान लेती है, जिससे पहले से चल रही योजनाओं का लाभ भी मिलता है और नए लाभार्थी भी आसानी से जुड़ सकते हैं।
योजना के अन्य लाभ:
- संगठित सामाजिक सुरक्षा: इस योजना से असंगठित क्षेत्र के कामगारों को एक संगठित सामाजिक सुरक्षा ढांचा मिलता है।
- सरल प्रबंधन: योजना का प्रबंधन और संचालन सरल है, जिससे किसी भी व्यक्ति को आसानी से योजना का लाभ मिल सकता है।
अधिक जानकारी के लिए, आप अपने नजदीकी बैंक शाखा या पोस्ट ऑफिस से संपर्क कर सकते हैं या योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जा सकते हैं।
अटल पेंशन योजना के लिये पात्रता
- आयु:
- योजना में शामिल होने के लिए आवेदक की आयु 18 से 40 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
- आवेदक को कम से कम 20 वर्षों तक इस योजना में योगदान करना होगा।
- बैंक खाता:
- आवेदक के पास एक सक्रिय बचत बैंक खाता होना अनिवार्य है, जो कि योजना में शामिल होने के लिए आवश्यक है।
- आधार कार्ड:
- आधार कार्ड योजना में नामांकन के लिए प्राथमिक पहचान प्रमाण के रूप में उपयोग किया जाता है। हालांकि, यह अनिवार्य नहीं है, लेकिन अनुशंसित है ताकि सरकार द्वारा प्रदान किए जाने वाले लाभ सीधे लाभार्थी तक पहुंच सकें।
- अन्य पेंशन योजना से बाहर:
- आवेदक किसी अन्य सरकारी सामाजिक सुरक्षा योजना या पेंशन योजना का लाभार्थी नहीं होना चाहिए। यदि आवेदक किसी अन्य पेंशन योजना से लाभान्वित हो रहा है, तो वह इस योजना में शामिल नहीं हो सकता।
- इनकम टैक्स दाता:
- योजना के तहत सरकारी योगदान केवल उन आवेदकों को मिलता है जो इनकम टैक्स नहीं भरते हैं।
अटल पेंशन योजना के लिये आवेदन कैसे करे
- बैंक या पोस्ट ऑफिस में जाएं:
- अपने नजदीकी बैंक शाखा या पोस्ट ऑफिस में जाएं जो अटल पेंशन योजना प्रदान करता हो।
- अटल पेंशन योजना का फॉर्म प्राप्त करें:
- अटल पेंशन योजना का आवेदन फॉर्म बैंक या पोस्ट ऑफिस से प्राप्त करें।
- फॉर्म भरें:
- फॉर्म में सभी आवश्यक जानकारी भरें, जैसे आपका नाम, आयु, बैंक खाता संख्या, आधार नंबर, मोबाइल नंबर आदि।
- आवश्यक दस्तावेज संलग्न करें:
- अपने आधार कार्ड की प्रति और बैंक पासबुक की प्रति संलग्न करें।
- आधार कार्ड अनिवार्य नहीं है, लेकिन अनुशंसित है ताकि सरकार द्वारा प्रदान किए जाने वाले लाभ सीधे आपके खाते में पहुंच सकें।
- योगदान राशि चुनें:
- अपनी आयु और पेंशन राशि के आधार पर योगदान राशि चुनें। आपको 1000 रुपये से 5000 रुपये तक की मासिक पेंशन राशि में से चुनना होगा।
- ऑटो–डेबिट फॉर्म भरें:
- बैंक खाता से योगदान राशि की स्वचालित कटौती के लिए ऑटो-डेबिट फॉर्म भरें। आप मासिक, तिमाही, या अर्धवार्षिक आधार पर योगदान कर सकते हैं।
- फॉर्म जमा करें:
- भरे हुए फॉर्म और संलग्न दस्तावेजों को बैंक या पोस्ट ऑफिस में जमा करें।
आवेदन के बाद
- पुष्टिकरण:
- आपके आवेदन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद आपको बैंक या पोस्ट ऑफिस से पुष्टिकरण मिलेगा। इसमें आपकी पेंशन योजना की जानकारी और योगदान की जानकारी होगी।
- योगदान की कटौती:
- आपकी चुनी गई योगदान राशि आपके बैंक खाते से स्वचालित रूप से कटती रहेगी। यह मासिक, तिमाही, या अर्धवार्षिक आधार पर होगा, जैसा आपने चुना हो।
- पेंशन प्राप्त करना:
- 60 वर्ष की आयु के बाद, आपको चुनी गई पेंशन राशि नियमित रूप से आपके बैंक खाते में प्राप्त होगी।
महत्वपूर्ण बिंदु:
- संपर्क करें: किसी भी समस्या या प्रश्न के लिए अपने बैंक या पोस्ट ऑफिस से संपर्क करें।
- पेंशन राशि में बदलाव: आप अपनी पेंशन राशि को बीच में बदल सकते हैं, इसके लिए आपको बैंक या पोस्ट ऑफिस में आवेदन करना होगा।
अधिक जानकारी के लिए आप https://www.india.gov.in/spotlight/atal-pension-yojana पर भी जा सकते हैं।
अटल पेंशन योजना (APY) के अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
अटल पेंशन योजना क्या है?
अटल पेंशन योजना एक सरकारी पेंशन योजना है, जो मुख्य रूप से असंगठित क्षेत्र के कामगारों के लिए बनाई गई है। इसका उद्देश्य वृद्धावस्था में आर्थिक सुरक्षा प्रदान करना है।
योजना में कौन शामिल हो सकता है?
18 से 40 वर्ष की आयु के सभी भारतीय नागरिक इस योजना में शामिल हो सकते हैं।
योगदान की अवधि कितनी होती है?
आपको कम से कम 20 वर्षों तक इस योजना में नियमित योगदान करना होगा।
मासिक पेंशन राशि कितनी हो सकती है?
आप 1000 रुपये, 2000 रुपये, 3000 रुपये, 4000 रुपये, या 5000 रुपये की मासिक पेंशन राशि चुन सकते हैं, जो आपके योगदान और प्रवेश आयु पर निर्भर करती है।
सरकारी योगदान क्या है?
यदि आप इनकम टैक्स दाता नहीं हैं और किसी अन्य सामाजिक सुरक्षा योजना में शामिल नहीं हैं, तो सरकार आपके योगदान का 50% या अधिकतम 1000 रुपये प्रति वर्ष (जो भी कम हो) का योगदान 5 साल (2015-2020) तक करेगी।
नामांकन कैसे करें?
आप अपने नजदीकी बैंक शाखा या पोस्ट ऑफिस में जाकर नामांकन कर सकते हैं। इसके लिए आपको एक आवेदन फॉर्म भरना होगा और आवश्यक दस्तावेज़ प्रस्तुत करने होंगे।
ऑनलाइन आवेदन कैसे करें?
आप अपने बैंक की नेट बैंकिंग सुविधा का उपयोग करके ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए आपको अपने नेट बैंकिंग खाते में लॉगिन करना होगा और अटल पेंशन योजना के विकल्प का चयन करना होगा।
योगदान की राशि कितनी है?
योगदान की राशि आपके द्वारा चुनी गई पेंशन राशि और आपकी प्रवेश आयु पर निर्भर करती है। यह मासिक, तिमाही, या अर्धवार्षिक आधार पर हो सकती है।
क्या पेंशन राशि में बदलाव किया जा सकता है?
हाँ, आप बीच में पेंशन राशि में बदलाव कर सकते हैं। इसके लिए आपको अपने बैंक या पोस्ट ऑफिस में आवेदन करना होगा।
यदि लाभार्थी की मृत्यु हो जाती है तो क्या होता है?
यदि लाभार्थी की मृत्यु हो जाती है तो पेंशन राशि लाभार्थी के नामांकित नॉमिनी को प्रदान की जाएगी। यदि नॉमिनी नहीं है तो यह लाभार्थी के पति/पत्नी को मिलेगी।
क्या यह योजना आयकर लाभ देती है?
हाँ, इस योजना के तहत किए गए योगदान पर आयकर छूट का प्रावधान है।
क्या योजना से बाहर निकलना संभव है?
60 वर्ष की आयु से पहले योजना से बाहर निकलना सामान्यतः संभव नहीं है। केवल अपवाद स्वरूप गंभीर बीमारी या लाभार्थी की मृत्यु के मामलों में बाहर निकलने की अनुमति दी जाती है।